Spot Admission किसी कहते है कि पूरी जानकारी
आज बात करेंगे छात्रों के एडमिशन के आखिरी सहारे के बारे में जिसे हम लोग स्पॉट एडमिशन (Spot Admission) कहते हैं। स्पॉट ऐडमिशन किसे कहते हैं के बारे में, इस पोस्ट के अंत तक आपको सब कुछ समझ में आ जाएगा कि आखिरकार स्पॉट ऐडमिशन होता क्या है।
इससे पहले आपको बता दें कि आप जिस भी यूनिवर्सिटी मे या बोर्ड में ऐडमिशन लेना चाहते है। उस बोर्ड में और यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए कुछ नियम होता है। आपको उस नियम का पालन करना पड़ता है जैसे कि एडमिशन लेने से पहले एक मेरिट लिस्ट तैयार किया जाता है।
जब भी आप एडमिशन के लिए ऑनलाइन फॉर्म उस यूनिवर्सिटी या बोर्ड में अप्लाई करते हैं। उस बोर्ड/यूनिवर्सिटी में नियम होता है कि एडमिशन लेने के पहले आपको मेरिट लिस्ट के अनुसार आपका कितना अंक आया है उसके अनुसार आपका एडमिशन होता है।
अगर मेरिट लिस्ट के अनुसार सीट नहीं मिलता है छात्रों को तो अंत में कॉलेज के सहारे और महाविद्यालय के के सहारे स्पॉट ऐडमिशन एक होता है। जैसे कि मान लीजिए कोई भी यूनिवर्सिटी हो तो वह अपने महाविद्यालय/कॉलेज को एक स्पोर्ट्स नियम यानी बता दे कि उस कॉलेज में एक सीट होता है, कॉलेज के अंडर में सीट होता है। कॉलेज चाहे तो वह एडमिशन किसी का ले सकता है या किसी का नहीं ले सकता है।
बोर्ड का माने तो बोर्ड में एक अलग सीट होता है। मान लीजिए कि कोई भी आपका स्कूल है तो उसमें स्कूल के द्वारा एक सीट होता है। कॉलेज के द्वारा सीट होता है। मान लीजिए कि कॉलेज में आप एडमिशन ले रहे हैं और यदि आप का मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आया या मेरिट लिस्ट में नाम आया और एडमिशन नहीं लिए किसी कारण बस। फिर से आपको कॉलेज में जाकर एक सपोर्ट एडमिशन का फॉर्म को भरना पड़ता है। कॉलेज में यदि उसके अनुसार सीट खाली रहता है तो आपका स्पॉट एडमिशन हो जाता है।
अगर बोर्ड की बात की जाए तो किसी भी कॉलेज में अगर आप एडमिशन लेना चाहते हैं। यदि आपका मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आया, एंट्रेंस एग्जाम में एग्जाम दिए किसी कारण अंक आपका कम रहा। तब स्पॉट एडमिशन का फॉर्म अप्लाई करते हैं। यह कॉलेज में ही होगा और महाविद्यालय में ही होगा। यह अब यूनिवर्सिटी/बोर्ड से रिलेटेड कोई काम नहीं हुआ। स्पॉट ऐडमिशन का मतलब है कि कॉलेज में या महाविद्यालय में ही अब आपका काम होगा। यूनिवर्सिटी और बोर्ड से अब इसमें कोई लेन-देन नहीं है।
स्पॉट ऐडमिशन लेने से पहले आपको कॉलेज/महाविद्यालय में जाना पड़ेगा। वहां का रूल क्या है सपोर्ट एडमिशन के लिए उसे जानना होगा। फिर फॉर्म भर के आपको वहां पर देना होगा।
स्पॉट ऐडमिशन क्या है? (What is Spot Admission?)
अगर किसी स्टूडेंट का merit list में नाम नहीं आता है एडमिशन के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद। फिर वह स्टूडेंट कॉलेज के माध्यम से डायरेक्ट एडमिशन ले सकता है जोकि सभी मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद सीट खाली होने पर किया जाता है। इस एडमिशन को ही सपोर्ट एडमिशन कहा जाता है।
स्पॉट ऐडमिशन कब होता है
स्पॉट ऐडमिशन मेरिट लिस्ट और एंट्रेंस एग्जाम के एडमिशन के बाद ही होता है, इससे पहले नहीं होता है। मान लीजिए की मेरिट लिस्ट निकल गया और आपका एंट्रेंस एग्जाम हो गया इसके बाद अंत में स्पॉट ऐडमिशन का लिस्ट निकलता है।
यह भी पढ़े –
- कौन सा सब्जेक्ट लेना पड़ता है बैंक (Bank) में जॉब करने के लिए?
- B.Ed का कोर्स कब कितने साल का होता है ?
मेरिट लिस्ट में एलॉटेड कॉलेज को कैसे बदले
Spot Admission से आप मेरिट लिस्ट में जो आपको कॉलेज अलॉट किया गया है उसे भी बदल सकते हैं, लेकिन इसमें रिक्स बहुत ज्यादा होता है। अगर आपका कॉलेज के किसी प्रोफ़ेसर या टीचर से जान पहचान है, तो आप जब एडमिशन हो रहा होता है तभी उन्हें स्पॉट ऐडमिशन के लिए कह सकते हैं। इसे जब स्पॉट एडमिशन चालू होगा तो आपका नंबर सबसे ऊपर होगा और आपके कॉलेज चेंज या एडमिशन होने का चांस बहुत बढ़ जाएगा।
Note – स्पॉट ऐडमिशन के लिए आपका ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरा होना चाहिए तभी आप एडमिशन होगा वरना नहीं होगा।
Hiii sir mujhe ek problem Hai ki mera naaam 1st merit list mein Aya Tha Lakin kuch meri galatiya se woh Chauth gaya aur Sam ke time hum direct slide up Marwa liye jiske karan mera 2nd merit list mein bihar Sarkar mera I’d invaild kar diya. Toh phir Hamara spot admission kaise hoga
sir mera science me 149 h aur mujhe btech ke mgcub me admission lena abhi spot admission start hoga toh mera admission kaise hoga sir agar aapki koi jaan pehahan h toh mera admission karwa dijiye sir